नई दिल्ली
ब्यूरो रिपोर्ट
नई दिल्ली: स्टैंडिंग कमिटी पर कब्जा करने के लिए बीजेपी की नजर सदन से होने वाले छठे मेंबर के चुनाव पर है। बीजेपी की पहली कोशिश यही रहेगी कि किसी भी तरह छठे मेंबर का चुनाव जीता जाए। अगर यहां से कोई चूक होती है तो वार्ड कमिटियों और स्टैंडिंग कमिटी के चुनाव में बीजेपी के हक में क्रॉस वोटिंग करने वाले निगम पार्षदों को साधने पर रहेगी। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी स्टैंडिंग कमिटी के लिए उनके नाम की पर्ची निलने पर निर्भर नहीं रहना चाहेगी।
एमसीडी में इस समय कुल निगम पार्षदों की संख्या 249 है। इनमें से बीजेपी के 112 और आम आदमी पार्टी के 128 निगम पार्षद शामिल हैं। कांग्रेस के निगम पार्षदों की संख्या 9 है। स्टैंडिंग कमिटी के लिए सदन से छठे सदस्य का चुनाव में 10 सांसद और 14 विधायक भी वोटिंग करेंगे। इस तरह से चुनाव प्रक्रिया में टोटल 273 मेंबर भाग लेंगे। बहुमत के लिए 137 वोट चाहिए।
इस समय एमसीडी के सभी 12 जोनों में वॉर्ड कमिटियों के चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन के चुनाव संपन्न होने के बाद बीजेपी को सात जोन में बढ़त मिल गई है, जबकि पांच जोन आम आदमी पार्टी के खाते में गए हैं। स्टैंडिंग कमिटी का चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन बनाने के लिए बहुमत के लिए 10 मेंबर होने चाहिए। सदन से एक मेंबर का चुनाव होने के बाद दोनों पार्टियों के मेंबरों की संख्या 9-9 हो जाएगी। इससे दोनों पार्टियों के बीच ट्राई की स्थिति पैदा होती है तो स्टैंडिंग कमिटी का चेयरमैन बीजेपी और आप से किसका बनेगा, इसका फैसला पर्ची निकालकर किया जाएगा।