लखनऊ
रिपोर्ट – संजय पाल
लखनऊ: भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सिविल हॉस्पिटल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में पुष्पांजलि अर्पित की। श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पुण्यतिथि पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उपमुख्यमंत्री और कई बड़े नेता मौजूद रहे…श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा श्यामा प्रसाद मुखर्जी देश को काफी मजबूत बनाया हैं उनका देश के प्रति काफी योगदान रहा। उन्होंने कहा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने एक देश में एक प्रधान, एक विधान, एक निशान के मुद्दे और भारत की अखंडता को लेकर 23 जून 1953 को अपना बलिदान दिया था. देश 1947 में आजाद हुआ और 1950 में संविधान लागू किया गया. इसके बाद तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने देश के संविधान में धारा-370 जोड़कर राष्ट्रीय अखंडता को गंभीर चोट पहुंचाने का कुत्सित प्रयास किया था. डॉ. मुखर्जी उस समय सरकार में उद्योग व खाद्य मंत्री थे. लेकिन सरकार की मंशा को ध्यान में रखकर उन्होंने पद छोड़ दिया. देश की प्रतिष्ठा व अखंडता के लिए कश्मीर से धारा-370 हटाने के लिए आंदोलन शुरू किया.
वहीं डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा 370 हटाने का श्रेय भी श्यामा प्रसाद मुखर्जी को ही जाता है इस अवसर पर मंत्री दिनेश शर्मा ने भी निट और नेट के एग्जाम में गड़बड़ी के बाद बने नए कानूनके लिए कहा यह एक मजबूत और जवाब दे ही सरकार ही कर सकती है अब उनकी खैर नहीं है जो किसी भी एग्जाम में गड़बड़ी कराए उन पर सरकार ने नए कानून बनवाए हैं जिसमें एक करोड़ जुर्माना और 10 साल का जेल दिया है वहीं जो व्यक्ति चीटिंग करते हुए पकड़ा जाएगा तो उसे 10 लख रुपए और 3 साल की सजा होगी ऐसे सख्त कानून एक जवाब दे ही सरकार ही बना सकती है।
कार्यक्रम में सीएम के साथ उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक योगेश शुक्ल, विधान परिषद सदस्य डॉ. महेंद्र सिंह, रामचंद्र प्रधान, लालजी निर्मल आदि मौजूद थे.