चंद्र राशि कैल्कुलेटर की उपोयगिता,राशि के अनुसार व्यक्ति का स्वभाव,वैदिक ज्योतिष में एक 360 अंश का राशि-चक्र होता है और इस राशि-चक्र में 12 राशियाँ होती हैं। अर्थात एक राशि 30 अंश की होती है। इन राशियों की अपनी अलग-अलग विशेषताएँ हैं।

          चंद्र राशि कैल्कुलेटर की उपोयगिता

  • यह जातक के बाह्य रूप, चरित्र एवं स्वभाव को दर्शाती है।
  • चंद्र राशि से जातकों के भाग्य को जाना जा सकता है।
  • इसके माध्यम से जातकों के स्वास्थ जीवन का पता चलता है।
  • इसके द्वारा अन्य लोगों से आपकी सामंजस्यता को जाना जाता है।
  • चंद्र राशि से जातक के रिश्ते-नाते आदि के विषय में जाना जाता है।
  • चंद्र राशि के माध्यम से व्यक्ति के भाग्य और दुर्भाग्य का भी पता चलता है।
  • व्यक्ति अपने जन्म स्थान पर रहेगा या जन्म स्थान से दूर जाएगा, चंद्र राशि इस बात की ओर भी इशारा करती है। जातक अपने मूल स्थान में सफलता प्राप्त करेगा या फिर उसे विदेश में जाकर सफलता मिलेगी। यह भी चंद्र राशि के माध्यम से ज्ञात होता है।
  • चंद्र राशि जातकों के छोटे भाई-बहनों के द्वारा प्राप्त लाभ-हानि, सफलता-विफलता आदि को भी दर्शाती है।
  • भारतीय ज्योतिषी किसी भी राशिफल उसकी चंद्र राशि के आधार पर बताते हैं जो उनके कुंडली के विभिन्न भावों में ग्रहों के गोचरों के आधार पर होता है।

राशि के अनुसार व्यक्ति का स्वभाव

वैदिक ज्योतिष में एक 360 अंश का राशि-चक्र होता है और इस राशि-चक्र में 12 राशियाँ होती हैं। अर्थात एक राशि 30 अंश की होती है। इन राशियों की अपनी अलग-अलग विशेषताएँ हैं।

  • मेष: मेष राशि सबसे सक्रिय राशि होती है। इस राशि का स्वामी मंगल ग्रह है और यह अग्नि तत्व की राशि है। जिन जातकों की मेष राशि होती है वे जातक किसी भी चीज़ को जल्दी सीखते हैं। इसके अलावा वे जुनूनी और क्रोधी स्वभाव के होते हैं।
  • वृषभ:वृषभ राशि का स्वामी शुक्र ग्रह होता है और यह पृथ्वी तत्व की राशि है। जिन जातकों का जन्म इस राशि में होता है वे जातक मानसिक रूप से स्थिर और नियंत्रित होते हैं।
  • मिथुन: मिथुन द्विस्वभाव राशि है। ज्योतिष में बुध ग्रह को इस राशि का स्वामी माना गया है। वायु तत्व की इस राशि में जन्म लेने वाला जातक अधिक बातूनी होता है।
  • कर्क: कर्क जलीय राशि होती है। ज्योतिष में चंद्र ग्रह को इस राशि का स्वामित्व प्राप्त है। जिन जातकों की चंद्र राशि कर्क होती है वे स्वभाव से अधिक संवेदनशील होते हैं।
  • सिंह: सिंह राशि में जन्म लेने वाले जातक एक अच्छे लीडर होते हैं। वे एक राजा की तरह अपना जीवन व्यतीत करते हैं। ज्योतिष विज्ञान में सूर्य ग्रह को सिंह राशि का स्वामी माना गया है। यह अग्नि तत्व की राशि है।
  • कन्या: कन्या राशि को पृथ्वी तत्व की राशि माना जाता है। बुध ग्रह इस राशि का स्वामी है। इस राशि के जातक बहुत ही व्यवहारिक होते हैं। ऐसे जातक बोलने की बजाय कार्य पर विश्वास करते हैं। वे ख़ुद को दूसरों के सामने एक मजबूत व्यक्ति के रूप में प्रदर्शित करते हैं।
  • तुला: तुला वायु तत्व की राशि होती है। शुक्र ग्रह इस राशि का स्वामी होता है। तुला राशि का तात्पर्य नियंत्रण बनाए रखना होता है। यह राशि जीवन में संतुलन को दर्शाती है। इस राशि में जन्म लेने वाले जातक भौतिक सुखों के प्रति अधिक झुकाव रखते हैं।
  • वृश्चिक: वृश्चिक एक जलीय राशि है। इस राशि का स्वामी मंगल ग्रह है। जिन जातकों का जन्म वृश्चिक राशि में होता है वे जातक विचारवान होते हैं। वृश्चिक राशि वाले अपने अनुभवों से बहुत कुछ सीखते हैं।
  • धनु: धनु राशि अग्नि तत्व की राशि है और बृहस्पति ग्रह इसका स्वामी है जो कि ज्ञान, गुरु और धर्म का कारक है। गुरु के प्रभाव से इस राशि में पैदा होने वाले जातक ज्ञानवान होते हैं और ज्ञान प्राप्ति के लिए सदैव तत्पर रहते हैं।
  • मकर: मकर पृथ्वी तत्व की राशि माना गया है। इस राशि का स्वामी शनि ग्रह है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार जो व्यक्ति इस राशि में जन्म लेता है वह आलसी स्वभाव का होता है।
  • कुंभ: कुंभ को वायु तत्व की राशि माना गया है। इस राशि का स्वामी शनि होता है। इस राशि वाले जातक अच्छे विचारक, सामाजिक, स्वतंत्र एवं बुद्धिमान होते हैं।
  • मीन: मीन एक जलीय राशि है और बृहस्पति ग्रह इस राशि का स्वामी है। मीन राशि वाले जातक अंतर्ज्ञानी होते हैं। ये जातक दूसरों की भावनाओं की कद्र करते हैं तथा स्वभाव से भावुक और आध्यात्मिक होते हैं।

इस प्रकार आप देख सकते हैं कि मनुष्य के जीवन में चंद्र राशि का कितना अहम स्थान है। उम्मीद करते हैं कि यह चंद्र कैल्कुलेटर आपकी चंद्र राशि को समझने में सहायक सिद्धि होगा।

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