नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है और इस साल पंचायत के चुनाव हैं. इस बीच बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बुधवार को यूपी सरकार पर निशाना साधा है. मायावती ने कहा है कि चुनाव से पहले राज्य में नेताओं, वकीलों और व्यापारियों की हत्याओं का दौर शुरू हो गया है.
1. यूपी में विधानसभा व पंचायत चुनाव से पहले नेताओं, वकीलों व व्यापारियों आदि की हत्याओं का दौर शुरू हो जाना चिन्ताजनक। किन्तु अति-दुखद व निन्दनीय है इन घटनाओं को गंभीरता से न लेकर इन्हें पुरानी रंजिश आदि बताकर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करना। सरकार ध्यान दे।1/2
— Mayawati (@Mayawati) February 17, 2021
बुधवार को बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया, ‘यूपी में विधानसभा व पंचायत चुनाव से पहले नेताओं, वकीलों व व्यापारियों आदि की हत्याओं का दौर शुरू हो जाना चिन्ताजनक है. किन्तु अति-दुखद व निन्दनीय है इन घटनाओं को गंभीरता से न लेकर इन्हें पुरानी रंजिश आदि बताकर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करना, सरकार ध्यान दे.’ बता दें कि इसी हफ्ते के शुरुआत में यूपी के आजमगढ़ में बसपा नेता कलामुद्दीन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा कि यूपी विधानसभा के कल से शुरू हो रहे सत्र में किसानों व जनहित के अहम मुद्दों के साथ-साथ अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था के मामले में सरकार की घोर लापरवाही व द्वेषपूर्ण कार्रवाई आदि के प्रति सरकार को जनता के प्रति जवाबदेह बनाने का प्रयास करने का पार्टी विधायकों को निर्देश दिया गया है.
गौरतलब है कि इससे पहले भी बसपा की ओर से कृषि कानूनों को वापस करने की अपील की गई थी. बसपा ने कृषि कानूनों के विरोध में ही राष्ट्रपति के अभिभाषण का बायकॉट कर दिया था.
आपको बता दें कि कृषि कानून के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन के बीच यूपी में 18 फरवरी से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है. 22 फरवरी को यूपी सरकार अपना बजट पेश करेगी, जो विधानसभा चुनाव से पहले इस कार्यकाल का अंतिम पूर्ण बजट होगा.