कोरोना संक्रमण के इस दौर में अगर आप मौसमी खांसी सर्दी से भी डरने लगे हैं तो आपको इस पांच मसालों वाले काढ़े का नियमित सेवन करना चाहिए. यह आपको कई हेल्थ प्रॉब्लम से दूर रखेगा.
कोरोना संक्रमण के इस दौर में वैक्सीन लगवाने के बाद भी चारों तरफ इम्युनिटी बढ़ाने की बात हो रही है. कोरोना का टेरर लोगों के दिल में इस तरह घर कर गया है कि छोटी-मोटी खांसी, सर्दी, बुखार भी लोगों के दिनरात की नींद चैन खत्म कर दे रहा है. ऐसे में मौसमी बारिश हो जाने की वजह से कई लोग गले में इंफेक्शन और सर्दी जुकाम की समस्याओं से परेशान हो जा रहे हैं. अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो आप आयुर्वेद की मदद ले सकते हैं. यहां आपके साथ हम एक ऐसे काढ़ा की रेसिपी शेयर कर रहे हैं जिसको बनाने में पांच कॉमन मसालों का प्रयोग किया जाता है. इसके रेग्युलर सेवन से इम्यूनिटी तेजी से बूस्ट होने के साथ साथ कई मौसमी बीमारियों से भी आप बचे रहते हैं.
किन चीजों की होती है जरूरत
काढ़ा बनाने के लिए आपको जिन सामग्री की जरूरत पड़ती है वे हैं एक ग्लास पानी, 8 से 10 तुलसी की पत्तियां, 2 से 3 लौंग, 1 से 2 दालचीनी की छोटी स्टिक, आधा चम्मच हल्दी और 2 चम्मच शहद.
कैसे बनाएं काढ़ा
काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले तुलसी के पत्ते, दालचीनी, लौंग और हल्दी को अच्छी तरह पीस लें. अब इस पेस्ट को एक पैन में पहले भूनकर अलग रख लें. इसके बाद एक पैन में पानी उबालें और इस पेस्ट को इसमें डालकर उबलने के लिए छोड़ दें. 15 से 20 मिनट के बाद गैस बंद करें और इस पानी को छान लें. अब इसे कप में डालकर सर्व करें. स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें शहद मिला सकते हैं.
कब कराना चाहिए इसका सेवन
अगर आपको गले में खरास है या हल्का सर्दी जुकाम जैसा महसूस हो रहा है तो आप इस काढे को रोजाना दो से तीन बार पिएं. इसके सेवन से इम्युनिटी मजबूत होगा और छाती में मौजूद बलगम भी खत्म होगा. अगर आपके गले में दर्द है तो भी आप इस काढ़े का सेवन करें. यह गले के दर्द से तुरंत राहत दिलाएगा.