न्यूयॉर्क। स्पेस एक्स कंपनी ने एक रॉकेट में चींटियों, ताजे फलों और एक मानव आकार का रोबोटिक आर्म इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) के लिए रवाना किया। सोमवार को आईएसएस पहुंचने वाली यह सप्लाई स्पेस एक्स की तरफ से पिछले एक दशक के दौरान नासा के लिए 23वीं डिलीवरी है। स्पेस एक्स के रिसाइकिल्ड (दोबारा प्रयोग होने वाले) फाल्कन रॉकेट ने नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रविवार की सुबह उड़ान भरी। आईएसएस में मौजूद 7 अंतरिक्ष यात्रियों के लिए आइसक्रीम, एवाकाडो, नींबू समेत बहुत सारे ताजे फल और प्रयोग के लिए चींटियों समेत करीब 2170 किलोग्राम की सप्लाई से भरे ड्रैगन कैप्सूल को भेजा गया था।
गगनयान मिशन: ट्रेनिंग पूरी कर चुके वायुसेना के 4 पायलट फिर जाएंगे रूस
इधर भारत के महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मिशन गगनयान के लिए रूस में ट्रेनिंग लेने वाले वायुसेना के 4 पायलट फिर वहां जाएंगे। इन 4 अधिकारियों ने रूस की राजधानी मॉस्को के पास जिजयोनी शहर में गगनयान मिशन की ट्रेनिंग करते हुए एस्ट्रोनॉट्स बनने का प्रशिक्षण लिया। इस साल के शुरू में इनकी ट्रेनिंग पूरी हो गई थी। चारों अधिकारी इसी साल सितंबर में फिर रूस जा रहे हैं।
रूस में स्पेस सूट हो रहा तैयार
अंतरिक्ष में भारत के पहले मानवयुक्त मिशन गगनयान के लिए रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोसमोस के साथ अपना प्रशिक्षण पूरा कर चुके चारों पायलट गगनयान मिशन के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले स्पेससूट की टेलरिंग के लिए मॉस्को जाएंगे। रूस में भारत के राजदूत डीबी वेंकटेश वर्मा के अनुसार रूस में स्पेससूट तैयार किया जा रहा है। स्पेससूट को रूसी कंपनी ज्वेज्डा बना रही है।