नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद पुलिस एक्शन में है। गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली और यूपी की पुलिस पहुंच गई है। पुलिस ने किसानों से आज ही सड़क खाली करने को कहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बॉर्डर खाली कराने के लिए देर शाम या रात को दिल्ली और यूपी की पुलिस ज्वाइंट ऑपरेशन कर सकती है। इस बीच दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने सीनियर अफसरों की बैठक बुलाई है।
पुलिस के पहुंचने के साथ ही गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों की वॉटर सप्लाई काट दी गई है। पुलिस ने यहां लगाए गए पोर्टेबल टॉयलेट भी हटाने शुरू कर दिए हैं। यूपी रोडवेज की दर्जनों बसें भी यहां लाकर खड़ी कर दी गई हैं। दूसरी तरफ, सिंघु बॉर्डर पर भी भारी फोर्स तैनात कर दी गई है। यहां पुलिस हैवी बैरिकेडिंग कर रही है। उधर, बागपत में 40 दिन से आंदोलन कर रहे किसानों को पुलिस ने बुधवार रात को हटा दिया था।
लाइव अपडेट…
दिल्ली पुलिस आयुक्त पुलिस कर्मियों के नाम लिखा पत्र
दिल्ली पुलिस आयुक्त एस.एन. श्रीवास्तव ने दिल्ली पुलिस कर्मियों को पत्र में लिखा कि 26 जनवरी को किसान आंदोलन के हिंसक हो जाने पर आपने अत्यंत संयम और सूझबूझ का परिचय दिया… मैं आपके संयम और धैर्य के लिए धन्यवाद देता हूं।
गाजियाबाद : लिंक रोड स्थित टेंटों को भी हटाया जा रहा है।
गाजियाबाद : प्रशासन की मांग पर कौशांबी बस डिपो से 50 बसें यूपी गेट पर मौजूद।
गाजियाबाद : यूपी गेट बॉर्डर पर कई बसों में भरकर भारी संख्या में पुलिस, पीएसी, केंद्रीय अर्धसैनिक बल पहुंचे।
यूपी गेट पर कम हुई है किसानों की संख्या
26 जनवरी को हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद कुछ किसान संगठनों ने स्वेच्छा से चिल्ला बॉर्डर, दलित प्रेरणा स्थल से आंदोलन वापस ले लिया। बागपत में लोगों को समझाने के बाद उन्होंने रात में धरना खत्म कर दिया। यूपी गेट पर अभी कुछ लोग हैं, उनकी संख्या काफी कम हुई हैः एडीजी (कानून-व्यवस्था), यूपी
दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर चल रही उच्च स्तरीय बैठक
दिल्ली पुलिस मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही है। नए मुख्यालय में आयोजित इस महत्वपूर्ण बैठक में स्पेशल कमिश्नर (इंटेलीजेंस ) दीपेंद्र पाठक सहित कई पुलिस अधिकारी मौजूद हैं। किसानों के मसले पर अगला ऑपरेशन/सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित मसलों पर बैठक चल रही है। 26 जनवरी को हुए हंगामा को लेकर भी इस बैठक में चर्चा हो रही है। दिल्ली पुलिस के अधिकारी अगली रणनीति बना रहे हैं।
बिजली के बाद यूपी गेट पर गाजियाबाद प्रशासन से पानी सप्लाई किया बंद, शौचालय भी हटाया
किसान आंदोलन में शामिल किसानों का अब बिजली कटने के बाद खाने-पीने और अन्य कामों के लिए जरूरी पानी भी न मिलने का आरोप है। उत्तराखंड के एक किसान ने बताया कि वह कौशांबी में टैंकर लेकर पानी लेने गए थे मगर वहां मौजूद कर्मचारियों ने पानी देने से मना कर दिया। इसके साथ ही गाजियाबाद नगर निगम यहां से अपने शौचालय भी वापस ले गई है। इस पर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रशासन ने आंदोलन स्थल पर पानी बंद कर दिया है जिससे किसान परेशान होकर यहां से चले जाएं, इसके बाद उन्होंने कहा कि यह आंदोलन लंबा चलेगा, दिल्ली पुलिस द्वारा नोटिस मिलने को लेकर कहा कि वकील द्वारा दिल्ली पुलिस के सभी सवालों का जवाब दिया जाएगा।
सिंघु बॉर्डर पर बढ़ाई सुरक्षा, दंगे से निपटने का किया अभ्यास, आंदोलनकारियों के खिलाफ हुआ प्रदर्शन
दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर पर आज सुरक्षा बढ़ा दी है। दंगे से निपटने के लिए सुरक्षाबलों ने अभ्यास भी किया। इसके साथ ही यहां आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ भी प्रदर्शन हो रहा है। इसमें स्थानीय लोग शामिल हैं।
यूपी गेट पर चल रही बैठक
यूपी गेट पर 41वीं वाहिनी पीएसी में अधिकारियों की बैठक चल रही है। एडीजी, आईजी, एसएसपी, डीएम इस बैठक में मौजूद हैं। यहां प्रशासन रणनीति बना रहा है। माना जा रहा है कि किसानों को यूपी गेट छोड़ने का अल्टीमेटम दिया जा सकता है। यूपी गेट पर पुलिस और पीएसी के साथ-साथ आरआरएफ और आरएएफ की टुकड़िया भी तैनात की गईं हैं।
लाल किला हिंसा मामले में देशद्रोह केस दर्ज
दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी के दिन लाल किले पर हुई हिंसा में देशद्रोह का केस दर्ज किया है।
राकेश टिकैत के टेंट के बाहर दिल्ली पुलिस ने चस्पा किया नोटिस
दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुए बवाल के मुकदमे को लेकर दिल्ली पुलिस थोड़ी देर पहले यूपी गेट पहुंची और राकेश टिकैत के टेंट के बाहर नोटिस चस्पा कर दिया है। राकेश टिकैत ने पुलिस से व्हाट्सएप पर नोटिस मांगा है। वहीं, गाजियाबाद पुलिस-प्रशासन ने यूपी गेट पर फोर्स बढ़ा दी है। अलग-अलग टुकड़ियों की जिम्मेदारी अलग-अलग अधिकारियों को सौंपी गई है। भाकियू के पंचायत घर पर पुलिस वीडियो के जरिए हर गतिविधि पर नजर रख रही है।
राकेश टिकैत ने कहा मैं नोटिस पढ़ूंगा, उन्होंने मुझे जवाब के लिए 3 दिन का समय दिया है। किसान यूनियनों की जिम्मेदारी के रूप में यहां आए और उन्होंने अपनी जिम्मेदारी ली। हमने हमें लिखित में दिए गए मार्ग का फोटो खींचा था। पुलिस ने इसे रोक दिया और दिल्ली के लिए मार्ग खुला रखा।
राकेश टिकैत ने दीप सिद्धू को लेकर कहा कि लाल किले पर कोई जाता है और झंडा फहराता है, कोई फायरिंग क्यों नहीं की गई? पुलिस कहां थी? वह वहां कैसे गया? पुलिस ने उसे छोड़ने की अनुमति दी और उसे गिरफ्तार नहीं किया। अभी भी कुछ नहीं किया गया है। वह व्यक्ति कौन था जिसने पूरे समुदाय को परेशान किया।
गाजीपुर बॉर्डर : गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत को नोटिस देकर तीन दिन में जवाब मांगा।