काबुल : अफगानिस्तान से भागे पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पैसे लेकर देश से भागने के आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने अपने संबोधन में अफगानी राष्ट्रपति ने कहा कि मैं काबुल में रहता तो कत्लेआम मच जाता. सुरक्षा कारणों की वजह से अफगानिस्तान से दूर हूं. जो मुझे नहीं जानते हैं वो फैसला ना सुनाएं. तालिबान से बातचीच का कोई नतीजा नहीं निकल रहा था. उन्होंने कहा कि भगोड़ा कहने वाले मेरे बारे में नहीं जानते हैं. मैं शांति से सत्ता सौंपना चाहता था. गनी UAE से अपने राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं.
Video: Former Afghan leader Ashraf Ghani issues video message https://t.co/ah1mHQC1fz
— Khaleej Times (@khaleejtimes) August 18, 2021
अफगानी राष्ट्रपति ने कहा कि मैंने अपने मुल्क के लोगों को खूनी जंग से बचाया है. मैं अपने सुरक्षाबलों और सेना का शुक्रिया अदा करता हूं. उन्होंने कहा कि पैसे लेकर भागने की जो बातें कहीं जा रही हैं वो बेबुनियाद हैं. मुझे मेरी इच्छा के खिलाफ देश से बाहर भेजा गया. सुरक्षा अधिकारियों की सलाह के बाद देश छोड़ा हूं क्योंकि कोई अनहोनी हो सकती थी. उन्होंने अफगान राष्ट्रपति भवन से निकलते समय बड़ी रकम अपने साथ ले जाने की खबरों का खंडन किया.
UAE says Afghanistan's Ghani is in Gulf Arab state https://t.co/1Gm7FVlbD6 pic.twitter.com/EDF64lVHGI
— Reuters (@Reuters) August 18, 2021
गनी ने अपने फेसबुक पेज पर के जरिए प्रसारित रिकॉर्डेड वीडियो संदेश में कहा कि खाड़ी देश में निर्वासन में रहने का उनका कोई इरादा नहीं है और घर लौटने के लिए ‘बातचीत’ कर रहे हैं.
अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने भारत से सभी तरह के आयात-निर्यात पर रोक लगा दी है. फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (FIEO) के डायरेक्टर जनरल डॉ. अजय सहाय के मुताबिक तालिबान ने फिलहाल पाकिस्तान के ट्रांजिट रूट्स से होने वाली सभी कार्गो मूवमेंट पर रोक लगा दी है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) ने कहा कि अफगानिस्तान में 31 अगस्त के बाद भी अमेरिकी सैनिक बने रहेंगे. बाइडन ने बुधवार को कहा कि वह अफगानिस्तान (Afghanistan) में अमेरिकी सैनिकों को तब तक रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जब तक कि वहां से हर अमेरिकी को निकाला नहीं जाता है, भले ही उन्हें वापसी के लिए उनकी 31 अगस्त की समय सीमा के बाद भी वहां सैन्य उपस्थिति बनाए रखना हो.