लंदन। एपल का आईफोन-12 पेसमेकर (दिल में लगने वाला उपकरण) जैसी मेडिकल डिवाइस को बाधित कर सकता है। इसकी पुष्टि होने के 6 माह बाद कंपनी ने अपने ऐसे प्रोडक्ट्स की सूची जारी की है, जो मेडिकल उपकरणों के लिए नुकसानदेह हो सकते हैं। ये वे उपकरण हैं, जिनमें मैग्नेट लगे होते हैं, जिनके चुंबकीय क्षेत्र के दायरे से पेसमेकर एवं डीफ्रिबिलैटर जैसे उपकरणों को सुरक्षित दूरी पर रखना जरूरी है।
गैजेट्स के हानिकारक प्रभाव से बचने के लिए 6 से 12 इंच दूरी जरूरी
एपल की चेतावनी के अनुसार इस तरह के मेडिकल उपकरणों को इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से 6 इंच या 15 सेमी की दूरी पर रखकर हानिकारक प्रभाव से बचा जा सकता है। यदि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स वायरलेस तकनीक वाले हों तो फिर आपको दोनों के बीच कम से कम 12 इंच या 30 सेमी की दूरी रखना जरूरी है। एपल ने कहा है कि इस संबंध में अधिक जानकारी उपभोक्ता अपने डॉक्टर या उपकरण निर्माता से प्राप्त कर सकते हैं।
खतरनाक हैं अन्य कंपनियों के भी उत्पाद : एपल ने कहा, यह समस्या सिर्फ एपल के प्रोडक्ट्स में नहीं है। इस तरह के अन्य उपकरण निर्माताओं के वे गैजेटस भी आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिनमें शक्तिशाली मैग्नेट लगे हों।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने दी थी चेतावनी
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने 2 जून को एक बयान जारी कर बताया था कि आइफोन-12 में लगे मैग्नेट हृदय में प्रत्यारोपित किए जाने वाले उपकरणों को प्रभावित कर सकते हैं। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि दिल में लगने वाले 14 में से 11 उपकरणों को आइफोन-12 मैक्स प्रो के करीब रखने से उनकी कार्यप्रणाली प्रभावित हुई, जबकि आइफोन अपनी ओरिजनल पैकिंग के भीतर ही मौजूद था।
प्रोडक्ट्स की सूची
- एयरपॉड्स एवं चार्जिंग केस
- एयरपॉड्स एवं वायरलेस चार्जिंग केस
- एयरपॉड्स प्रो एवं चार्जिंग केस
- एयरपॉड्स मैक्स एवं स्मार्ट केस
- एपल वॉच
- मैग्नेट वाली एपल वॉच बैंड
- एपल वाच मैग्नेटिक चार्जिंग
- होमपॉड
- आइपैड
- होमपॉड मिनी
- आइफोन 12 के मॉडल