नई दिल्ली : दुनिया के 38 देशों में फैल चुका कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट अब भारत में भी तेजी से पैर पसारने लगा है. ये कितनी तेजी से फैल रहा है, इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि महज 4 दिन में ही भारत में इससे संक्रमित मरीजों की संख्या 21 पहुंच गई है. 2 दिसंबर को देश में ओमिक्रॉन का पहला केस आया था और 6 दिसंबर तक इस वैरिएंट के 21 मरीज मिल चुके हैं.
रविवार को एक दिन में ओमिक्रॉन के 17 नए मरीज मिले. राजस्थान के जयपुर में 9, महाराष्ट्र में 7 और राजधानी दिल्ली में 1 मरीज ओमिक्रॉन से संक्रमित मिला. अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट राजधानी दिल्ली समेत 5 राज्यों में फैल चुका है. सबसे ज्यादा 9 मरीज राजस्थान में, 8 मरीज महाराष्ट्र में, 2 कर्नाटक में, दिल्ली और गुजरात में 1-1 मरीज सामने आ चुके हैं.
अभी तक जितने भी मरीज मिल चुके हैं, वो या तो हाल ही में दक्षिण अफ्रीका की यात्रा कर लौटे थे या फिर हाई रिस्क देशों से यात्रा कर लौटे लोगों के संपर्क में आए थे. अभी ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों की संख्या और तेजी से बढ़ सकती है क्योंकि कई संदिग्धों की रिपोर्ट आनी बाकी है. उनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं. साथ ही संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग भी की जा रही है.
तारीखः 2 दिसंबर, कर्नाटक में दो संक्रमित मिले
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में ओमिक्रॉन का पहला केस आया. उस दिन दो लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए. इनमें से एक 66 साल के बुजुर्ग थे जो दक्षिण अफ्रीका से दुबई होते हुए भारत पहुंचे थे. दूसरे मरीज की उम्र 46 साल की थी, लेकिन यहां हैरान करने वाली बात ये थी कि इन्होंने न तो दक्षिण अफ्रीका की यात्रा की थी और न ही वहां से यात्रा कर लौटे किसी व्यक्ति के संपर्क में आए थे.
तारीखः 4 दिसंबर, गुजरात-महाराष्ट्र तक पहुंचा वैरिएंट
शनिवार को ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो और केस सामने आए. एक केस गुजरात में तो दूसरा महाराष्ट्र के ठाणे में सामने आया. जिम्बाब्वे से गुजरात के जामनगर लौटे 72 साल के बुजुर्ग ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले थे. उनके संपर्क में आए 10 और लोगों के भी सैंपल लिए गए हैं, जिनकी रिपोर्ट अभी आना बाकी है. इसी दिन महाराष्ट्र के डोम्बिवली में कैपटाउन से लौटा शख्स भी ओमिक्रॉन से संक्रमित मिला.
तारीखः 5 दिसंबर, जयपुर-पुणे और दिल्ली में मिले मरीज
रविवार को एक ही दिन में 17 नए केस सामने आए. जयपुर में 9 लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले. इनमें से 4 लोग हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे और बाकी 5 इनके संपर्क में आए थे. दिल्ली में भी तंजानिया से लौटा एक शख्स संक्रमित पाया गया है. वहीं, महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवाड़ में 6 और पुणे में एक मरीज की ओमिक्रॉन से संक्रमित हुआ है.
चिंता की बात क्यों?
महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित 8 मरीज मिले हैं. इनमें से 3 ऐसे हैं जिनकी उम्र 18 साल से कम है. बाकी 4 मरीजों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी हुई थी. डोम्बिवली में जो मरीज मिला है, उसे अभी तक वैक्सीन नहीं लगी थी. दिल्ली में जो संक्रमित मिला है, वो भी पूरी तरह वैक्सीनेटेड था. कर्नाटक में जो दो केस मिले हैं, उन दोनों को भी दोनों डोज लग चुकी थी. यानी, ओमिक्रॉन वैरिएंट वैक्सीन को भी आसानी से चकमा देने में सक्षम है.
…लेकिन राहत की बात भी
हालांकि, एक राहत की बात ये भी है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों में हल्के लक्षण दिख रहे हैं. अभी तक किसी मरीज में बहुत ज्यादा गंभीर लक्षण नहीं देखे गए हैं. दिल्ली के LNJP अस्पताल के मेडिकल डायरेक्कटर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि राजधानी में जो मरीज मिला है उसमें बहुत हल्के लक्षण हैं. वहीं, महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवाड़ में भी जो 6 मरीज मिले हैं, उनमें से एक महिला को हल्के लक्षण हैं जबकि बाकी पांचों में कोई लक्षण नहीं हैं. कर्नाटक में भी जो दो मरीज हैं, उनमें भी ज्यादा गंभीर लक्षण नहीं है. लेकिन बुखार, कमजोरी और थकान बनी हुई है.
राहत न बन जाए परेशानी?
दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिक भी कह चुके हैं कि ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीजों में हल्के या बहुत हल्के लक्षण दिखाई दे रहे हैं. लेकिन यही परेशानी का कारण भी बन सकता है. हल्के लक्षण या कोई और लक्षण न दिखाई देने की वजह से लोगों को पता ही नहीं चल पाता कि वो वायरस से संक्रमित हैं. ऐसे में ये लोग संक्रमण को फैला सकते हैं.
और भी बढ़ सकते हैं मरीज?
- अभी जो 21 मरीज मिले हैं, ये सभी फ्लाइट से भारत आए हैं. ऐसे में इनके संपर्क में आए दूसरे यात्रियों के भी संक्रमित होने की आशंका है. नाइजीरियाई नागरिक 44 साल की महिला दो बेटियों के साथ अपने भाई से मिलने पिंपरी चिंचवाड़ आई थी. वो महिला, उसकी दोनों बेटियां, उसके भाई और उसकी दोनों बेटियां ओमिक्रॉन से संक्रमित हैं. अधिकारियों ने इनके संपर्क में आए 13 और लोगों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे हैं.
- दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि LNJP अस्पताल में 17 कोरोना मरीज और 6 उनके संपर्क में आए लोगों को भर्ती किया गया है. LNJP को ओमिक्रॉन संक्रमितों के इलाज के लिए रिजर्व रखा गया है. उन्होंने बताया कि 12 सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे थे, जिसमें से एक में ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला है. दिल्ली में जो मरीज मिला है वो रांची का रहने वाला है और तंजानिया से मुंबई और फिर दिल्ली लौटा था. अब अधिकारी फ्लाइट में उसके आसपास बैठे 10 यात्रियों की पहचान कर रहे हैं ताकि उनके सैंपल भी लिए जा सकें.