नई दिल्ली। एक प्रमुख उपलब्धि के तहत पंजाब नेशनल बैंक को देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में सर्वश्रेष्ठ बैंक का दर्जा मिला है। पीएनबी को यह उपलब्धि कृषि ऋण, सूक्ष्म ऋण, वित्तीय समावेशन और तकनीकी ग्राह्यता के क्षेत्र में बेतरीन प्रदर्शन के लिए मिली है। नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलोपमेन्ट (नाबार्ड) ने पीएनबी को ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए उल्लेखनीय योगदान को देखते हुए विशेष पुरस्कार से नवाजा है। पीएनबी के एमडी व सीईओ सी.एच. एस. एस. मल्लिकार्जुना राव ने कहा कि महामारी के बावजूद पीएनबी देश के कृषि एवं एमएसएमई क्षेत्र के विकास के लिए अग्रणी भूमिका में रहा है। पिछले वर्ष बैंक ने ग्रामीण संपर्क कार्यक्रम चलाया जिसके तहत देश के 30 हजार गांवों को सम्मिलित करते हुए कृषि एवं एमएसएमई ऋणों के अवसरों की पहचान की गई। इसके आगे बैंक ने सामाजिक सुरक्षा योजनाओं जैसे पीएम जीवन ज्योति योजना, सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना तक अपनी पहुंच में सुधार किया। इस अभियान का एक उद्देश्य वित्तीय समावेशन के लिए डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना रहा जिसके तहत डेबिट कार्ड जारी किए और ग्रामीण समुदायों को पीएनबी वन मोबाइल एप से जोड़ा गया। इसके नतीजे बेहतरीन रहे हैं। हांलांकि आने वाले महीनों में इस क्षेत्र में और भी काम किया जाएगा। मल्लिकार्जुना राव ने कहा कि यह पुरस्कार ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण के काम में लगे कर्मिर्यों को प्रोत्साहित करेगा जो देश की जीडीपी में विकास के लिए महत्वपूर्ण है। नाबार्ड ने इन पुरस्कारों की घोषणा महामारी के दौरान भारतीय कृषि के विकास पर आयोजित एक वेबिनार के दौरान की।