टोक्यो ओलिंपिक: मीराबाई चानू को मिल सकता है गोल्ड मेडल, यहां पढ़ें कैसे

नई दिल्ली। टोक्यो ओलिंपिक का आज चौथा दिन है। पहले दिन सिल्वर मेडल जीतने के बाद तीन दिन से भारत ने कोई पदक नहीं जीता है। मणिपुर की मीराबाई चानू ने पहले दिन वेटलिफ्टिंग के 49 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनका ये सिल्वर मेडल गोल्ड में बदल सकता है।

कैसे मिल सकता है गोल्ड

वेटलिफ्टिंग में गोल्ड जीतने वाली चीन की वेटलिफ्टर झीहुई होऊ से गोल्ड वापस लिया जा सकता है। दरअसल, झीहुई का डोपिंग टेस्ट कराया गया था जिसमें संदेह के बाद उन्हें दूसरे टेस्ट का सामना करना पड़ सकता है। यदि वह इसमें फेल होती हैं तो भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू के सिल्वर को गोल्ड में बदल दिया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, होऊ को टोक्यो में रहने के लिए कहा गया है और इस दौरान उनका दूसरा डोपिंग टेस्ट किया जाएगा।। डोप टेस्ट आज या कल किया जा सकता है। वहीं मीराबाई चानू जापान से आज दिल्ली के लिए वापसी कर रहीं हैं।

चीन की जजिहू ने टोक्यो ओलिंपिक के पहले दिन वेटलिफ्टिंग इवेंट में महिलाओं के 49 किलोग्राम भार वर्ग में 210 किलोग्राम का नया ओलिंपिक रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने स्नैच में 94 किलो और क्लीन एंड जर्क में 116 किलोग्राम का वेट उठाकर ये कीर्तिमान अपने नाम किया था।

वहीं मीराबाई ने इस इवेंट में 202 किलोग्राम का वेट उठाकर सिल्वर मेडल जीता था। चानू ने स्नैच में 87 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 115 किलोग्राम वेट उठाया था।

क्या कहता है नियम

बात करें नियमों की तो इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अगर कोई एथलीट डोपिंग टेस्ट में फेल हो जाता है, तो सिल्वर जीतने वाले एथलीट को गोल्ड से सम्मानित किया जाएगा।

Share:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

यह भी पढ़े