दुबई। दुबई में जारी एशियाई युवा मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाजों का दबदबा कायम है। सोमवार को विश्व युवा कांस्य पदक विजेता विश्वमित्र चोंगथाम (51 किग्रा) ने यहां स्वर्ण पदक जीता तो वहीं विशाल (80 किग्रा) और नेहा (54 किग्रा) ने भी गोल्ड मेडल हासिल किया। वहीं छह अन्य भारतीय मुक्केबाजों ने रजत पदक अपने नाम किए। चोंगथाम ने कड़े मुकाबले में उज्बेकिस्तान के कुजिबोएव अहमदजोन को 4-1 से हराया, जबकि विशाल ने किर्गिस्तान के अकमतोव संझार को 5-0 से शिकस्त दी। वहीं नेहा ने कड़ी टक्कर के बाद कजाखस्तान की खिलाड़ी को 3-2 से हराया। गौरतलब है कि पिछली बार भारत ने पुरुषों के मुकाबले में दो स्वर्ण पदक साल 2010 में जीते थे। इन मुकाबलों के अलावा विश्वनाथ सुरेश (48 किग्रा), वंशज (63.5 किग्रा) और जयदीप रावत (71 किग्रा) ने रजत पदक अपने नाम किए जबकि महिलाओं में निवेदिता (48 किग्रा) और तमन्ना (50 किग्रा) को रजत से संतोष करना पड़ा। इससे पहले महिला खिलाड़ी समेत पांच भारतीय मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में हार के बाद कांस्य पदक अपने नाम किए। पुरुषों में दक्ष (67 किग्रा), दीपक (75 किग्रा), अभिमन्यु (92 किग्रा) और अमन सिंह बिष्ट (92+किग्रा) ने कांस्य पदक जीते। जबकि महिलाओं में लाशु यादव (70 किग्रा) ने कांस्य पदक के साथ अपने अभियान को समाप्त किया।
जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत ने जीते 19 मेडल
इससे पहले एशियाई जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत ने 8 स्वर्ण पदक, 5 रजत और 6 कांस्य पदक के साथ अपने अभियान का अंत किया। इनमें से छह स्वर्ण पदक लड़कियों ने जीते। भारत की कुल छह लड़कियां फाइनल में पहुंची थीं जिनमें से छह ने स्वर्ण पदक जीते जबकि चार अन्य को रजत पदक मिला। लड़कों के वर्ग में तीन भारतीय फाइनल में पहुंचे थे जिनमें से दो स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे। भारत ने कजाखस्तान के बराबर स्वर्ण पदक जीते। उज्बेकिस्तान 9 स्वर्ण पदक के साथ शीर्ष पर रहा।