WhatsApp ने पेश की कम्प्लायंस रिपोर्ट, एक महीने में बैन हुए 20 लाख अकाउंट; जानिए कैसे सेफ रखें अपना अकाउंट

नई दिल्ली। WhatsApp ने एक महीने के भीतर ही 20 लाख से ज्यादा भारतीय अकाउंट को बंद कर दिया है। इसका मतलब है कि अब इनका WhatsApp नहीं चलेगा। यह संख्या काफी अधिक है, पूरे विश्व के हिसाब से देखा जाए तो अकाउंट बंद होने की संख्या एक चौथाई भारत से ही है। भारत में नए आईटी नियम लागू होने के बाद कंपनी ने अपनी पहली मंथली कम्प्लायंस रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। नए आईटी नियमों (New IT Rules) के तहत यह रिपोर्ट पेश करना अनिवार्य कर दिया गया है। फेसबुक और इंस्टाग्राम की ओर से भी कार्रवाई की गई है।

क्यों लगा इन WhatsApp अकाउंट पर बैन?

WhatsApp ने इन अकाउंट्स पर बैन, नुकसान पहुंचाने वाले या परेशान करने वाले कंटेंट को लेकर लगाया है। उदाहरण के तौर पर उन अकाउंट को बैन किया गया है जिनके जरिए लोगों को थोक में स्पैम मैसेज भेजे जा रहे थे। इसके अलावा उन अकाउंट्स पर भी बैन लगाया गया है जिन्हें लोगों ने अनचाहे मैसेज को लेकर शिकायतें की हैं। कुछ अकाउंट्स ऐसे भी हैं जिनकी पहचान आपत्तिजनक मैसेज भेजने के रूप में हुई है।

WhatsApp अकाउंट बैन होने के केसेस क्यों बढ़ रहे हैं?
कंपनी ने यह भी कहा कि 2019 के बाद से हर महीने बैन होने वाले अकाउंट्स की संख्या में काफी वृद्धि हुई है, क्योंकि कंपनी ने अपने सिस्टम को अपग्रेड किया है। जिसकी वजह से ऑटोमेटड मेसेज, बल्क मैसेजिंग भेजने वालों को आसानी से पकड़ा जा रहा है।

WhatsApp अकाउंट की शिकायतें किस बारे में थीं?
WhatsApp ने यह भी कहा कि उसे 15 मई से 15 जून के बीच कुल 345 शिकायतें मिलीं, जिनमें से 70 अकाउंट सपोर्ट से संबंधित थीं, 204 बैनड अपील से संबंधित थीं, 8 सुरक्षा मुद्दों से संबंधित थीं, 43 प्रोडक्ट सपोर्ट से संबंधित थीं। इनमें से WhatsApp ने 63 बैन अपीलों पर कार्रवाई की।

WhatsApp का अकाउंट बैन पर क्या कहना है?
WhatsApp ने अपनी कम्प्लयांस रिपोर्ट में लिखा है कि हम विशेष रूप से रोकथाम पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं क्योंकि हमारा मानना ​​है कि नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों को नुकसान होने से पहले ही रोका जाना चाहिए जिससे किसी भी तरह की दिक्कतों से बचा जा सके।

क्या आपका भी WhatsApp अकाउंट हो सकता है बैन?

WhatsApp की पहले से ही कुछ प्राइवेसी पॉलिसी हैं और नए आईटी नियम के बाद कानून पहले से भी सख्त हो गए हैं। यदि आप, लोगों को थोक में या स्पैम मैसेज भेजते हैं तो आपके अकाउंट को बैन किया जा सकता है। इसके अलावा हिंसा भड़काने वाले या आपत्तिजनक मैसेज भेजने पर भी आपके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।

यदि आप किसी को WhatsApp पर धमकाते हैं या डराने की कोशिश करते हैं तो भी आपका अकाउंट बैन हो सकता है। तो यदि आप अपने अकाउंट को सुरक्षित रखना चाहते हैं और यह भी चाहते हैं कि उस पर बैन ना लगे तो किसी को फालतू में मैसेज ना करें और आपत्तिजनक के अलावा हिंसात्मक मैसेज से भी दूर रहें।

हर महीने जारी करनी है रिपोर्ट
नए आईटी नियमों के तहत 50 लाख से ज्यादा यूजर्स वाले बड़े डिजिटल प्लेटफॉर्म को हर महीने कम्पलायंस रिपोर्ट प्रकाशित करना जरूरी है। इस रिपोर्ट में इन प्लेटफॉर्म के लिए उन्हें मिलने वाली शिकायतों और उन पर की जाने वाली कार्रवाई का उल्लेख करना जरूरी है।

WhatsApp ने कहा, ”हमारा मुख्य ध्यान खातों को बड़े पैमाने पर हानिकारक या अवांछित संदेश भेजने से रोकना है। हम हाई या एब्नॉर्मल रेट से मैसेज भेजने वाले अकाउंट्स की पहचान करने के लिए उन्नत क्षमताओं को बनाए हुए हैं और अकेले भारत में 15 मई से 15 जून तक इस तरह के दुरुपयोग की कोशिश करने वाले 20 लाख अकाउंट्स पर बैन लगा दिया है।”

फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी ने बताया कि रोक लगाए जाने वाले खातों की संख्या 2019 के बाद से बढ़ी है क्योंकि उसकी प्रणाली ज्यादा उन्नत हो गई और इस तरह के ज्यादा खातों का पता लगाने में मदद मिलती है।

गूगल, कू, ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम ने भी सौंपी है कम्प्लायंस रिपोर्ट
वॉट्सएप दुनिया भर में हर महीने औसतन करीब 80 लाख खातों पर रोक लगा रही है या उन्हें निष्क्रिय कर रही है। गूगल, कू, ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने भी अपनी कम्प्लायंस रिपोर्ट सौंपी है।

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